यह फिल्म न केवल एक कोर्ट रूम ड्रामा है, बल्कि भारत के इतिहास के एक दर्दनाक और अनकहे अध्याय को जीवंत करती है।

आपको केसरी चैप्टर 2 क्यों देखना चाहिए ? एक ऐतिहासिक कहानी जो दिल और दिमाग को झकझोर देगी

18 अप्रैल 2025 को रिलीज हुई केसरी चैप्टर 2: द अनटोल्ड स्टोरी ऑफ जलियांवाला बाग ने सिनेमाघरों में तहलका मचा दिया है। यह फिल्म न केवल एक कोर्ट रूम ड्रामा है, बल्कि भारत के इतिहास के एक दर्दनाक और अनकहे अध्याय को जीवंत करती है। अक्षय कुमार, आर. माधवन और अनन्या पांडे जैसे दमदार कलाकारों से सजी यह फिल्म जलियांवाला बाग हत्याकांड की अनकही सच्चाई को सामने लाती है। अगर आप सोच रहे हैं कि यह फिल्म आपके समय और पैसे के लायक है या नहीं, तो आइए जानते हैं कि केसरी चैप्टर 2 क्यों देखना चाहिए।


1. जलियांवाला बाग की अनकही कहानी
1919 में अमृतसर के जलियांवाला बाग में हुआ नरसंहार भारत के स्वतंत्रता संग्राम का एक काला अध्याय है। केसरी चैप्टर 2 इस घटना के बाद की उस कहानी को उजागर करती है, जो इतिहास की किताबों में शायद ही जगह पाती है। यह फिल्म वकील सी. शंकरन नायर की सच्ची कहानी पर आधारित है, जिन्होंने ब्रिटिश साम्राज्य के खिलाफ कोर्ट में जंग लड़ी थी। फिल्म न केवल नरसंहार की क्रूरता को दिखाती है, बल्कि उस दौर के साहस, बलिदान और देशभक्ति को भी बखूबी चित्रित करती है। अगर आप भारतीय इतिहास के अनसुने पहलुओं को जानना चाहते हैं, तो यह फिल्म आपके लिए एक जरूरी अनुभव है।

2. अक्षय कुमार का शानदार कमबैक
अक्षय कुमार ने केसरी चैप्टर 2 में सी. शंकरन नायर के किरदार में जान डाल दी है। उनकी दमदार एक्टिंग को क्रिटिक्स और दर्शकों ने खूब सराहा है। कई यूजर्स ने इसे अक्षय का अब तक का सबसे बेहतरीन परफॉर्मेंस बताया है। एक यूजर ने एक्स पर लिखा, “हमारा खिलाड़ी वापस आ गया है। अक्षय ने इस फिल्म में अपनी एक्टिंग से दिल जीत लिया।” अगर आप अक्षय के फैन हैं या उनकी गंभीर और भावनात्मक भूमिकाओं को पसंद करते हैं, तो यह फिल्म आपको निराश नहीं करेगी।


3. आर. माधवन और अनन्या पांडे की प्रभावशाली एक्टिंग
फिल्म में आर. माधवन ने ब्रिटिश क्राउन के वकील नेविल मैकिनले का किरदार निभाया है, जो कोर्ट में अक्षय के सामने खड़ा है। उनकी सूक्ष्म और शक्तिशाली एक्टिंग फिल्म को और रोमांचक बनाती है। वहीं, अनन्या पांडे ने दिलरीत गिल के किरदार में सबको चौंकाया है। एक युवा वकील की भूमिका में उनकी बॉडी लैंग्वेज और भावनात्मक अभिव्यक्ति ने दर्शकों का दिल जीत लिया। तीनों कलाकारों की केमिस्ट्री और उनके किरदारों की गहराई फिल्म को एक यादगार अनुभव बनाती है।

4. इमोशनल और प्रेरणादायक कोर्ट रूम ड्रामा
केसरी चैप्टर 2 एक शानदार कोर्ट रूम ड्रामा है, जो दर्शकों को शुरू से अंत तक बांधे रखता है। फिल्म का पहला हाफ जलियांवाला बाग की त्रासदी को स्थापित करता है, जबकि दूसरा हाफ कोर्ट रूम में सच्चाई और न्याय की लड़ाई को दर्शाता है। दर्शकों ने फिल्म को भावनात्मक और प्रेरणादायक बताया है। एक यूजर ने लिखा, “फिल्म देखकर आंखों में आंसू और दिल में गर्व का एहसास हुआ।” अगर आप ऐसी फिल्में पसंद करते हैं जो इमोशन्स को झकझोर दें, तो यह आपके लिए परफेक्ट है।

5. ऐतिहासिक सटीकता और शानदार निर्देशन
करण सिंह त्यागी के निर्देशन में बनी यह फिल्म रघु पलात और पुष्पा पलात की किताब द केस दैट शूक द एम्पायर पर आधारित है। फिल्म न केवल ऐतिहासिक घटनाओं को सटीकता के साथ पेश करती है, बल्कि इसे मनोरंजक और प्रभावशाली तरीके से प्रस्तुत भी करती है। ट्रेड एनालिस्ट तरण आदर्श ने फिल्म को 4-स्टार रेटिंग देते हुए इसे “शक्तिशाली, दमदार और मनोरंजक” बताया। अगर आप ऐसी फिल्में देखना चाहते हैं जो इतिहास को जीवंत करें, तो यह फिल्म आपके लिए एक ट्रीट है।


6. देशभक्ति और गर्व का एहसास
केसरी चैप्टर 2 देशभक्ति की भावना को जागृत करती है। यह फिल्म उन अनसंग हीरोज को श्रद्धांजलि देती है, जिन्होंने नरसंहार के बाद सच्चाई के लिए लड़ाई लड़ी। केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने फिल्म की तारीफ करते हुए इसे “स्वतंत्रता संग्राम और जलियांवाला बाग के शहीदों के लिए एक शक्तिशाली सिनेमाई श्रद्धांजलि” बताया। अगर आप ऐसी फिल्में पसंद करते हैं जो गर्व और प्रेरणा का एहसास कराएं, तो यह फिल्म आपके लिए जरूरी है।

7. हर भारतीय के लिए जरूरी
फिल्म को कई दर्शकों ने “हर भारतीय के लिए जरूरी” बताया है। यह न केवल इतिहास के एक महत्वपूर्ण हिस्से को उजागर करती है, बल्कि यह भी दिखाती है कि कैसे एक व्यक्ति की हिम्मत और सच्चाई पूरे सिस्टम को चुनौती दे सकती है। दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने भी फिल्म की तारीफ की और इसे नेशनल अवार्ड के लायक बताया। यह फिल्म नई पीढ़ी को अपने इतिहास से जोड़ने का एक शानदार माध्यम है।

8. सिनेमाई अनुभव और प्रोडक्शन क्वालिटी
करण जौहर के धर्मा प्रोडक्शंस, लियो मीडिया कलेक्टिव और केप ऑफ गुड फिल्म्स द्वारा निर्मित यह फिल्म अपनी शानदार प्रोडक्शन क्वालिटी के लिए भी चर्चा में है। सिनेमेटोग्राफी, सेट डिजाइन और बैकग्राउंड म्यूजिक फिल्म को और प्रभावशाली बनाते हैं। अक्षय कुमार ने दर्शकों से खास अपील की कि फिल्म के पहले 10 मिनट जरूर देखें, क्योंकि यह कहानी का सबसे महत्वपूर्ण हिस्सा है।

By Abhishek Anjan

I am a mass communication student and passionate writer. With the last four -year writing experience, I present intensive analysis on politics, education, social issues and viral subjects. Through my blog, I try to spread awareness in the society and motivate positive changes.

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *