Bharat-Pakistan War : मे कौन सा देश खड़े होंगे भारत के साथ?
भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव की कहानी कोई नई नहीं है। कश्मीर से लेकर सीमा विवाद तक, दोनों देशों के बीच तल्खी समय-समय पर सुर्खियां बटोरती रही है। लेकिन अगर कभी भारत और पाकिस्तान के बीच युद्ध की नौबत आती है, तो सवाल यह उठता है कि वैश्विक मंच पर भारत के साथ कौन-कौन से देश खड़े होंगे?
1. संयुक्त राज्य अमेरिका: भारत का सशक्त दोस्त
अमेरिका और भारत की दोस्ती हाल के दशकों में एक नई ऊंचाई पर पहुंची है। रक्षा सौदों से लेकर क्वाड (QUAD) गठबंधन तक, अमेरिका भारत को हिंद-प्रशांत क्षेत्र में एक मजबूत साझेदार मानता है। अगर युद्ध होता है, तो अमेरिका भारत को हथियार, खुफिया जानकारी और कूटनीतिक समर्थन दे सकता है। हालांकि, पाकिस्तान के साथ अमेरिका के आतंकवाद विरोधी सहयोग को देखते हुए वह तटस्थता की नीति भी अपना सकता है। लेकिन, भारत के प्रति उसका झुकाव साफ नजर आता है। क्या अमेरिका भारत के लिए अपनी पूरी ताकत झोंक देगा? यह देखना रोमांचक होगा!
2. रूस: दशकों पुराना यार
रूस और भारत की दोस्ती किसी बॉलीवुड की सुपरहिट फिल्म से कम नहीं। सोवियत काल से लेकर आज तक, रूस भारत का सबसे बड़ा हथियार आपूर्तिकर्ता रहा है। भारतीय सेना के टैंक, मिसाइल और विमान रूसी तकनीक की देन हैं। ब्रह्मोस मिसाइल जैसे संयुक्त प्रोजेक्ट इस रिश्ते की मिसाल हैं। युद्ध की स्थिति में, रूस भारत को हथियार, तकनीकी सहायता और संयुक्त राष्ट्र जैसे मंचों पर समर्थन दे सकता है। लेकिन, चीन के साथ रूस की नजदीकी क्या रंग दिखाएगी? यह एक बड़ा सवाल है!
3. इज़राइल: छोटा देश, बड़ा साथ
इज़राइल और भारत का रिश्ता “छोटा पैकेट, बड़ा धमाका” जैसा है। ड्रोन, मिसाइल डिफेंस सिस्टम और साइबर सुरक्षा में इज़राइल भारत का भरोसेमंद साथी है। 1999 के कारगिल युद्ध में इज़राइल ने भारत को हथियार और तकनीक देकर अपनी दोस्ती साबित की थी। युद्ध की स्थिति में, इज़राइल भारत को उन्नत हथियार और खुफिया जानकारी दे सकता है। आतंकवाद के खिलाफ दोनों देशों का साझा रुख उन्हें और मजबूत बनाता है।
4. फ्रांस: राफेल वाला दोस्त
फ्रांस और भारत का रिश्ता राफेल लड़ाकू विमानों की तरह तेज और चमकदार है। रक्षा सौदों और रणनीतिक साझेदारी के दम पर फ्रांस भारत का मजबूत सहयोगी बन चुका है। युद्ध में फ्रांस भारत को हथियार, लॉजिस्टिक्स और कूटनीतिक समर्थन दे सकता है। हिंद-प्रशांत में फ्रांस के अपने हित भी भारत के साथ जुड़े हैं। क्या फ्रांस भारत के लिए युद्ध में उतरेगा? संभावना काफी मजबूत है!
5. जापान और ऑस्ट्रेलिया: क्वाड के साथी
क्वाड गठबंधन में भारत के साथ जापान और ऑस्ट्रेलिया की साझेदारी ने नई ताकत दी है। दोनों देश भारत के साथ रक्षा और आर्थिक सहयोग को बढ़ा रहे हैं। युद्ध की स्थिति में, ये देश भारत को कूटनीतिक समर्थन और लॉजिस्टिक्स सहायता दे सकते हैं। खासकर जापान, जो भारत को एक रणनीतिक दोस्त मानता है, भारत के पक्ष में मजबूती से खड़ा हो सकता है।
6. क्षेत्रीय दोस्त: अफगानिस्तान और भूटान
क्षेत्रीय स्तर पर भारत के कई दोस्त हैं। अफगानिस्तान, जो पाकिस्तान के साथ तनावपूर्ण रिश्ते रखता है, भारत का समर्थन कर सकता है। भूटान, भारत का छोटा लेकिन वफादार दोस्त, हमेशा भारत के साथ खड़ा रहा है। भारत का कूटनीतिक और रणनीतिक समर्थन कर सकता है। ये छोटे देश युद्ध में भारत की ताकत को बढ़ा सकते हैं।
7. यूरोप के देश: कूटनीति का सहारा
यूनाइटेड किंगडम, जर्मनी और इटली जैसे यूरोपीय देश भारत के साथ मजबूत व्यापारिक और कूटनीतिक रिश्ते रखते हैं। युद्ध में ये देश संयुक्त राष्ट्र जैसे मंचों पर भारत का समर्थन कर सकते हैं। हालांकि, प्रत्यक्ष सैन्य सहायता की संभावना कम है, लेकिन उनकी कूटनीतिक ताकत भारत के लिए अहम होगी।
भारत की ताकत, दुनिया का साथ|
भारत-पाकिस्तान युद्ध की स्थिति में, भारत को अमेरिका, रूस, इज़राइल, फ्रांस, जापान, ऑस्ट्रेलिया और क्षेत्रीय दोस्तों जैसे अफगानिस्तान और भूटान से समर्थन मिलने की प्रबल संभावना है। भारत की मजबूत विदेश नीति और रणनीतिक साझेदारियां उसे वैश्विक मंच पर एक ताकतवर स्थिति देती हैं। लेकिन, भू-राजनीति का खेल जटिल है, और कुछ देश तटस्थ रहने की कोशिश भी कर सकते हैं।
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