बेंगलुरु का हत्यारा ड्रामा: पत्नी और सास ने लोकनाथ सिंह को मार डाला
बेंगलुरु में एक ऐसा हत्याकांड हुआ है, जो क्राइम थ्रिलर फिल्मों को भी फेल कर दे। रियल एस्टेट एजेंट लोकनाथ सिंह (37) की हत्या की खबर ने शहर को हिलाकर रख दिया, और जब सच सामने आया तो सबके होश उड़ गए। हत्यारे कोई गैंगस्टर या दुश्मन नहीं, बल्कि उनकी अपनी पत्नी यशस्विनी (19) और सास हेमा भाई (37) निकलीं। लेकिन सवाल ये है कि आखिर इन दोनों ने अपने ही घर के मालिक को ठिकाने क्यों लगाया? चलिए, इस कहानी को मजेदार और मसालेदार अंदाज में खोलते हैं।
लोकनाथ का लव, लफड़ा और धमकी
लोकनath सिंह बेंगलुरु में रियल एस्टेट का बड़ा नाम थे। पिछले साल दिसंबर में उन्होंने यशस्विनी से शादी की, वो भी चुपके से रजिस्टर्ड मैरिज करके। लेकिन ये शादी किसी रोमांटिक फिल्म का हिस्सा नहीं थी। यशस्विनी के घरवाले इस शादी से नाराज थे, क्योंकि लोकनाथ की उम्र उनसे कहीं ज्यादा थी। शादी के बाद लोकनाथ ने यशस्विनी को उसके मायके छोड़ दिया और फिर शुरू हुआ असली खेल।
कुछ ही दिनों में यशस्विनी को पता चला कि उनके पतिदेव का दिल सिर्फ उनके लिए नहीं धड़कता। लोकनाथ के कई एक्स्ट्रा मैरिटल अफेयर्स और कुछ गैरकानूनी बिजनेस डीलिंग्स की खबर ने आग में घी डाल दिया। घर में रोजाना झगड़े होने लगे। तलाक की नौबत आ गई, लेकिन लोकनाथ कहां मानने वाला था? उसने तो धमकियों का पिटारा खोल दिया। एक दिन तो उसने यशस्विनी से कह डाला, “अगर तुम नहीं लौटीं, तो तुम्हारी मां को ले जाऊंगा!” बस, ये सुनते ही सास-बहू की जोड़ी का दिमाग सटक गया।
मर्डर का मास्टरप्लान: बीयर, नींद की गोली और चाकू
लोकनाथ की धमकियों से तंग आकर यशस्विनी और हेमा ने फैसला किया कि अब इस ‘शेर’ को जंगल से हटाना ही पड़ेगा। दोनों ने मिलकर एक ऐसा प्लान बनाया, जो किसी हॉलीवुड फिल्म को टक्कर दे। 22 मार्च को यशस्विनी ने लोकनाथ को फोन घुमाया और बोली, “आ जाओ, मिलते हैं।” लोकनाथ खुशी-खुशी अपनी SUV लेकर निकल पड़ा। साथ में बीयर की बोतलें भी ले गया, शायद सोचा कि पत्नी के साथ ‘चियर्स’ का मौका मिलेगा।
लेकिन उसे क्या पता था कि उसका डिनर ‘स्पेशल मसाले’ के साथ तैयार था। यशस्विनी ने खाने में नींद की गोलियां मिला दीं। जैसे ही लोकनाथ ने खाना खाया, उसकी आंखें झपकने लगीं। फिर मां-बेटी की जोड़ी ने उसे चिक्काबनवारा की सुनसान जगह पर ले जाकर गाड़ी में उसका गला रेत दिया। हत्या के बाद दोनों फरार हो गईं, लेकिन उनकी चालाकी ज्यादा दिन नहीं चली।
पुलिस का दिमाग और CCTV का कमाल
लोकनाथ का शव गाड़ी में पड़ा मिला तो पुलिस हरकत में आई। पहले शक हुआ कि ये कोई बिजनेस रंजिश होगी, क्योंकि लोकनाथ पर पहले से धोखाधड़ी के कई केस चल रहे थे। लेकिन CCTV फुटेज ने सारा खेल पलट दिया। उसमें दो महिलाएं भागती दिखीं। पुलिस ने दिमाग लगाया और यशस्विनी-सास को धर दबोचा। पूछताछ में दोनों ने जुर्म कबूल लिया। नॉर्थ बेंगलुरु के डीसीपी सैदुल अदावथ ने कहा, “हमने पत्नी और सास को गिरफ्तार कर लिया है। जांच जारी है।” पुलिस को शक है कि यशस्विनी ने कोई क्राइम शो देखकर ये आइडिया लिया होगा।
सोशल मीडिया पर मचा बवाल: पतियों की नींद उड़ी
इस हत्याकांड के बाद सोशल मीडिया पर हंसी और डर का तूफान छा गया। एक यूजर ने लिखा, “अब सास और बीवी से डबल सावधान रहना पड़ेगा, कहीं खाने में ‘स्पेशल मसाला’ न डाल दें!” एक ने चुटकी ली, “लोकनाथ भाई, बीयर की जगह पानी पी लेते तो शायद आज जिंदा होते!” एक ने तो पति वॉर्निंग भी जारी कर दी, “घर में नींद की गोलियां दिखें तो तुरंत भागो!”
कुछ लोग इसे गंभीरता से लेते हुए बोले, “शादी में विश्वास कितना जरूरी है, ये घटना उसकी मिसाल है।” वहीं एक मीम वायरल हुआ, जिसमें लिखा था, “पत्नी: खाना खा लो। पति: पहले कसम खाओ कि चाकू नहीं चलाओगी!”
लोकनाथ की कहानी से सीख
तो क्या ये हत्या सिर्फ गुस्से का नतीजा थी, या इसके पीछे कोई बड़ा राज छिपा है? लोकनाथ का ढीला चरित्र, धमकियां और गैरकानूनी खेल उसे ले डूबे। वहीं, यशस्विनी और हेमा ने गुस्से में ऐसा कदम उठाया जो जिंदगी भर की सजा बन गया।
अगर आपके घर में भी बीयर और नींद की गोलियां एक साथ दिखें, तो सतर्क हो जाइए! मजाक छोड़ें, ये कहानी हंसाती भी है और सोचने पर मजबूर करती है। आप क्या कहते हैं? लोकनाथ के साथ सही हुआ या गलत? कमेंट में बताएं और इस मसालेदार ब्लॉग को शेयर जरूर करें।
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