20 लाख रुपये दे दूँगी लेकिन मेरे पति को मारना होगा
मध्य प्रदेश के इंदौर से मेघालय के शिलांग तक फैली राजा रघुवंशी हत्याकांड की कहानी किसी थ्रिलर फिल्म से कम नहीं है। 11 मई 2025 को शादी के बंधन में बंधे राजा और सोनम रघुवंशी हनीमून के लिए मेघालय पहुंचे थे। लेकिन, जो सपनों का हनीमून होना चाहिए था, वह एक भयावह साजिश में बदल गया। इस केस में सोनम रघुवंशी की गिरफ्तारी और उनके प्रेमी राज कुशवाहा के साथ मिलकर रची गई सुपारी किलिंग की साजिश ने पूरे देश को झकझोर दिया।
राजा रघुवंशी, एक सफल ट्रांसपोर्ट कारोबारी, और सोनम रघुवंशी की शादी 11 मई 2025 को इंदौर में हुई थी। शादी के नौ दिन बाद, 20 मई को यह नवविवाहित जोड़ा हनीमून के लिए मेघालय के शिलांग पहुंचा। 23 मई को, चेरापूंजी के पास डबल डेकर लिविंग रूट ब्रिज की सैर के बाद दोनों अचानक लापता हो गए। उनकी किराए की स्कूटी 24 मई को सोहरा के पास लावारिस हालत में मिली। 2 जून को राजा का शव एक गहरी खाई में मिला, जिसमें सिर पर गहरे घाव के निशान थे। इस बीच, सोनम 17 दिन तक गायब रहीं, जिससे परिवार और पुलिस को उनकी सुरक्षा की चिंता सताने लगी।
हनीमून पर गईं सोनम रघुवंशी ने अपने पति की सुपारी देकर हत्या करवा दी।
सोनम की गिरफ्तारी और सनसनीखेज खुलासा
9 जून 2025 को उत्तर प्रदेश के गाजीपुर में एक ढाबे पर सोनम रघुवंशी ने आत्मसमर्पण किया। शुरू में उन्हें पीड़िता माना गया, लेकिन मेघालय पुलिस की जांच ने चौंकाने वाला खुलासा किया। सोनम ने अपने पति राजा की हत्या की साजिश रची थी और इसके लिए सुपारी किलर्स को 20 लाख रुपये देने का वादा किया था। पुलिस ने सोनम के साथ चार अन्य आरोपियों—राज कुशवाहा, विशाल चौहान, आकाश राजपूत, और आनंद कुर्मी—को गिरफ्तार किया। मेघालय पुलिस के डीजीपी आई नोंग्रांग ने बताया कि यह हत्या पूर्वनियोजित थी, और सोनम इस साजिश की मास्टरमाइंड थी।
साजिश का खुलासा: प्रेमी राज कुशवाहा और सुपारी किलर्स
पुलिस जांच में पता चला कि सोनम का राज कुशवाहा के साथ पहले से प्रेम संबंध था। राज, जो सोनम के पिता की फैक्ट्री में सुपरवाइजर था, इस हत्याकांड का मुख्य योजनाकार था। सोनम ने अपने प्रेमी के साथ मिलकर राजा की हत्या की योजना शादी से पहले ही बना ली थी। इस साजिश को अंजाम देने के लिए तीन सुपारी किलर्स—विशाल, आकाश, और आनंद—को मेघालय भेजा गया। इन हत्यारों ने राजा पर तेजधार हथियार ‘डाव’ (एक प्रकार की छोटी कुल्हाड़ी) से हमला किया, जिसे ऑनलाइन गुवाहाटी से मंगवाया गया था। हत्या के समय सोनम ने कथित तौर पर हत्यारों को प्रोत्साहित करते हुए कहा, “मार डालो इसे, 20 लाख दूंगी।”
हत्या की स्क्रिप्ट: कैसे रची गई साजिश?
सोनम ने हत्या को लूट और डकैती का रूप देने की योजना बनाई थी ताकि किसी को शक न हो। 21 मई को शिलांग पहुंचने के बाद, सोनम और राजा ने चेरापूंजी में एक होमस्टे बुक किया। उसी होमस्टे में सुपारी किलर्स भी रुके थे, लेकिन अलग-अलग जगहों पर ताकि कोई सुराग न मिले। 23 मई को, सोनम ने हत्यारों को लोकेशन भेजी, और राजा पर नोंग्रियात के जंगल में हमला किया गया। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में सिर पर दो गहरे घावों की पुष्टि हुई, जो हत्या की क्रूरता को दर्शाता है। हत्या के बाद, सोनम शिलांग से गुवाहाटी, फिर ट्रेन से इंदौर पहुंची और अपने प्रेमी राज के साथ किराए के कमरे में रही।
सोनम का सफर और पुलिस की जांच
हत्या के बाद सोनम ने अपनी पहचान छिपाने की कोशिश की। वह इंदौर से वाराणसी, फिर गाजीपुर पहुंची। पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज, कॉल डिटेल्स, और ट्रैवल रिकॉर्ड्स के जरिए उसकी मूवमेंट का पता लगाया। सोनम ने दावा किया कि उसे नशीला पदार्थ देकर गाजीपुर लाया गया, लेकिन पुलिस ने इसे झूठा करार दिया। मेघालय पुलिस की विशेष जांच दल (SIT) ने ‘ऑपरेशन हनीमून’ के तहत 7 जून को छापेमारी कर चार आरोपियों को पकड़ा। हत्या में इस्तेमाल हथियार गुवाहाटी के पास से बरामद हुआ।
परिवार और समाज की प्रतिक्रिया
राजा के परिवार ने इस घटना को हादसा मानने से इनकार किया और सीबीआई जांच की मांग की। सोनम के पिता देवी सिंह ने अपनी बेटी को निर्दोष बताते हुए मेघालय पुलिस पर गलत आरोप लगाने का दावा किया। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने इस केस को समाज के लिए सबक बताया। इस मामले ने लोगों में विश्वास और रिश्तों पर सवाल उठाए हैं।
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